कुछ नाजुक मुलायम हाथ
जिन्होंने पहनी है
सोने की अंगूठियाँ
वो कर रहे हैं राज,
उन मज़बूत खुरदरे
और मेहनतकश हाथों पर
जिनके खून और पसीने से
ये धरती लाल है,
लोहे से मजबूत हाथ
शेर सा ज़िगर
फिर भी कर रहें है राज
कुछ नाज़ुक मुलायम हाथ,
लेकिन कभी ना कभी
ये मज़बूत खुरदरे हाथ
अपना हक़ छीन कर
फिर से करेंगे राज,
और वो नाज़ुक मुलायम हाथ
डर से खोल देंगे
अपनी सोने की अंगूठियाँ।
वाह
जवाब देंहटाएंआपने मेहनतकश हाथों की ताकत को जिस साफ़ अंदाज़ में रखा है, वो सीधे दिल पर लगता है। मैं भी अक्सर सोचता हूँ कि असली दुनिया इन्हीं खुरदरे हाथों पर टिकी है, फिर भी चमकते हाथ हुकूमत चला लेते हैं। आपकी लाइनें उम्मीद भी देती हैं, क्योंकि ये हाथ एक दिन अपना हक खुद उठा लेंगे।
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