क्षणिकाएँ
बेवफाई
उनकी फितरत थी
हम यूँ ही ज़ज्बातों में
बहते रहे!
वो चैन की नींद
सोते रहे उम्र भर
हमने आँखों ही आँखों में
ज़िन्दगी गुजार दी!
हम वफ़ा की
कसमें खाते रहे
और वो
बेवफाई की हद से गुज़र गए!
हम दर्द की कश्ती में
सवार थे
और उन्होंने
पतवार खेने से मना कर दिया!
अच्छा.. दिल में दर्द है बहुत! :)
जवाब देंहटाएंमनोभावों को सुन्दर शब्द दिये हैं..
जवाब देंहटाएंवाह ...बहुत ही बढिया।
जवाब देंहटाएंसुन्दर शब्द दृश्य.
जवाब देंहटाएंwaah ......
जवाब देंहटाएंDIL SE LIKHI PANKTIYAN .BAHUT SUNADAR .
जवाब देंहटाएंlike this page on facebook and wish our indian hockey team for london olympic
vaah.. ati sundar
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