आसाम में इन दिनों हर तरफ बोहाग बिहू की मस्ती छाई हुई है, ये बिहू असमिया नए साल के आगमन का प्रतीक है, इस बिहू को रोंगाली बिहू के नाम से भी जाना जाता है, बिहू नृत्य और गाने इस बिहू की मुख्य विशेषताएं हैं, मुझ पर भी इन दिनों बिहू का नशा चढ़ा हुआ है, आइये आप भी थोडा मस्ती में झूमें............
मोकोकचुंग (नागालैंड) के नजदीक से शुरू हुई मेरी यात्रा.
मोकोकचुंग (नागालैंड) के नजदीक से शुरू हुई मेरी यात्रा.
बिहू का चंदा दिए बिना जाने नहीं देंगे. |
काश मैं भी बच्चा होता ! |
full power |
हम में है दम |
झूमो रे झूमो |
बिहू का नशा |
मैं भी झूम लूँ |
On the way of upper assam |
इक कलि दो पत्तियां |
नाजुक नाजुक उँगलियाँ |
बिहू पर मछली भी पकेगी |
पूरे रास्ते में मस्ती लेते लेते गुवाहाटी पहुच गया हूँ, अब इज़ाज़त दीजिये! आप सब को भोगाली बिहू की बहुत शुभकामना!
बिहू के दृश्य देख कर मन खुश हो गया.
जवाब देंहटाएंआपको असमिया नए साल की हार्दिक शुभकामनायें.
बहुत सुन्दर चित्रण|
जवाब देंहटाएंआपको असमिया नए साल की हार्दिक शुभकामनायें|
वाह ! कल ही हमारे घर में 'मृणाल ज्योति' के बच्चों व बडों द्वारा बिहू नृत्य का आयोजन हुआ और आज आपकी सुंदर पोस्ट पढ़कर मुझे भी कुछ फोटो शेयर करने की प्रेरणा जगी है...
जवाब देंहटाएंbahut badhiyaa
जवाब देंहटाएं.........बहुत सुन्दर चित्रण|
जवाब देंहटाएंआनंद आ गया , बच्चों के साथ गाते नाचते देख बहुत अच्छा लगा ! शुभकामनायें स्वीकार करें !
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