रविवार, 17 अप्रैल 2011

आसाम के बोहाग बिहू की मस्ती

आसाम में इन दिनों हर तरफ बोहाग बिहू की मस्ती छाई हुई है, ये बिहू असमिया नए साल के आगमन का प्रतीक है, इस बिहू को रोंगाली बिहू के नाम से भी जाना जाता है,  बिहू नृत्य और गाने इस बिहू की मुख्य विशेषताएं हैं, मुझ पर भी इन दिनों बिहू का नशा चढ़ा हुआ है, आइये आप भी थोडा मस्ती में झूमें............


मोकोकचुंग (नागालैंड) के नजदीक से शुरू हुई मेरी यात्रा.

 
बिहू का चंदा दिए बिना जाने नहीं देंगे. 

काश मैं भी बच्चा होता !

full power

हम में है दम 


झूमो रे झूमो 

बिहू का नशा 

मैं भी झूम लूँ 

On the way of upper assam


इक कलि दो पत्तियां 
नाजुक नाजुक उँगलियाँ 
बिहू पर मछली भी पकेगी 
 पूरे रास्ते में मस्ती लेते लेते गुवाहाटी पहुच गया हूँ, अब इज़ाज़त दीजिये! आप सब को भोगाली बिहू की बहुत शुभकामना!

6 टिप्‍पणियां:

  1. बिहू के दृश्य देख कर मन खुश हो गया.
    आपको असमिया नए साल की हार्दिक शुभकामनायें.

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  2. बहुत सुन्दर चित्रण|
    आपको असमिया नए साल की हार्दिक शुभकामनायें|

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  3. वाह ! कल ही हमारे घर में 'मृणाल ज्योति' के बच्चों व बडों द्वारा बिहू नृत्य का आयोजन हुआ और आज आपकी सुंदर पोस्ट पढ़कर मुझे भी कुछ फोटो शेयर करने की प्रेरणा जगी है...

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  4. आनंद आ गया , बच्चों के साथ गाते नाचते देख बहुत अच्छा लगा ! शुभकामनायें स्वीकार करें !

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