गुरुवार, 7 अप्रैल 2011

शूरवीर अन्ना


शूरवीर अन्ना 
निकल पड़े 
ब्रह्मास्त्र लिए 
रण के मैदान में,

ये युद्ध है 
भ्रष्टाचार के विरुद्ध,

सवा करोड़ की सेना देख
दहल उठा है 
सत्ता पक्ष 
और दहल उठे 
सब भ्रष्टाचारी,

अन्ना ने 
कर दिया है युद्धघोष
अब उठना होगा 
हमें भी चिरनिद्रा से,

और दिखाना होगा 
कि हमारी रगों में 
अब भी 
बहता खून है 
पानी नहीं!

इन पंक्तियों के माध्यम से मैं अन्ना को अपना पूर्ण समर्थन देता हूँ!






11 टिप्‍पणियां:

  1. अब उठना होगा
    हमें भी चिरनिद्रा से,
    sahi kaha aapne ab vakt aa gya hai ...

    जवाब देंहटाएं
  2. सुन्दर,सजीली,सामयिक और प्रेरित करती रचना।

    जवाब देंहटाएं
  3. कुछ चुनिन्दा लोगों को छोड़कर सारा देश अन्ना हजारे के साथ है.

    जवाब देंहटाएं
  4. अगर हम अन्ना हजारे बन नहीं सकते तो कम से कम उसका साथ तो दे ही सकते हैं...

    नीरज

    जवाब देंहटाएं
  5. koun kehta hai ki aasman me surakh nhi ho skta ek patthar to tabiyt se ucchhalo yaaro...kucchh aesa hi hai anna hajari ji ka...hum sab unke saath hai is jang me...aapne jo likhke bayakt kia hai kabile tarif hai.....

    जवाब देंहटाएं
  6. आपके ब्लॉग पे आया, दिल को छु देनेवाली शब्दों का इस्तेमाल कियें हैं आप |
    बहुत ही बढ़िया पोस्ट है
    बहुत बहुत धन्यवाद|

    यहाँ भी आयें|
    यदि हमारा प्रयास आपको पसंद आये तो फालोवर अवश्य बने .साथ ही अपने सुझावों से हमें अवगत भी कराएँ . हमारा पता है ... www.akashsingh307.blogspot.com

    जवाब देंहटाएं
  7. नींद टूटते दिख रही है । उनींदापन भी अभी बाकि है...

    जवाब देंहटाएं
  8. der se aane ke liye kshamaprarthee hoo ine dino jindgee uthal puthal see sthiti me hai......
    hum sab mahapurush anna jee ke sath hai .......

    जवाब देंहटाएं