आवारा बादल हूँ मैं, कभी यहाँ तो कभी वहाँ, भटकना ही तो फितरत है मेरी.....
शनिवार, 10 सितंबर 2011
LIFE
मेरी १० वर्षीया बेटी मेघा की रचना जो कि उसके विध्यालय की इयर बुक में छपी है, इसे पढ़कर मैं आश्चर्यचकित हूँ कि एक 10 साल की बच्ची भी ऐसा सोच सकती है। मुझे गर्व है अपनी बेटी पर।
MEGHA
What is life? Nothing but a contract Which we sign and make it fine, Life is not like a dream Or water in a stream Life is like a ship In the middle of a sea Hope and ambitions are the radar That makes it tension free The death is a treat that every man has to eat.
awesome.........wakai megha ki soch bahut paripakv hai abhi se use prerit karte rahiye likhne ke liye.......meri taraf se use dher sa pyar aur aashirwad.
Nilesh ji, bahut khoobsoorat prastuti,badhai मेरी १०० वीं पोस्ट , पर आप सादर आमंत्रित हैं
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ब्लॉग पर यह मेरी १००वीं प्रविष्टि है / अच्छा या बुरा , पहला शतक ! आपकी टिप्पणियों ने मेरा लगातार मार्गदर्शन तथा उत्साहवर्धन किया है /अपनी अब तक की " काव्य यात्रा " पर आपसे बेबाक प्रतिक्रिया की अपेक्षा करता हूँ / यदि मेरे प्रयास में कोई त्रुटियाँ हैं,तो उनसे भी अवश्य अवगत कराएं , आपका हर फैसला शिरोधार्य होगा . साभार - एस . एन . शुक्ल
बहुत बहुत बधाई ||
जवाब देंहटाएंआप जब भी नई पोस्ट लाते हैं |
नया उत्साह जगाते हैं ||
Very touching... very nice meaningful creation....
जवाब देंहटाएंआख़िर बेटी किसकी है !बहुत बहुत बधाई मेघा को ऐसे ही पिता का नाम रोशन करो .........
जवाब देंहटाएंलिखते रहो हमेशा सुन्दर --
जवाब देंहटाएंमेघा तुमको बड़ी बधाई |
जीवन की परिभाषा बढ़िया --
मस्त-मस्त तुमने समझाई |||
ओह! बहुत खूबसूरत चिंतन है आपकी बिटिया का.
जवाब देंहटाएंमेधा तुम्हें बहुत बहुत बधाई.
अपनी सुन्दर मेधा से हमेशा 'शुभ शुभ'
लिखती रहिएगा.
May, God bless you.
Good , very impressive , God give U a bright future.
जवाब देंहटाएंवाह ..इतनी सुन्दर और यथार्थ रचना के लिए बिटिया को बहुत बहुत बधाई
जवाब देंहटाएंमेघा बहुत होनहारा है...वाह!!
जवाब देंहटाएंउसे अनेक आशीष एवं शुभकामनाएँ.
मेघा को मेरी ओर से ढेर सारा आशीष दें। सचमुच बहुत गहरे भाव हैं।
जवाब देंहटाएं------
क्यों डराती है पुलिस ?
घर जाने को सूर्पनखा जी, माँग रहा हूँ भिक्षा।
awesome.........wakai megha ki soch bahut paripakv hai abhi se use prerit karte rahiye likhne ke liye.......meri taraf se use dher sa pyar aur aashirwad.
जवाब देंहटाएंshe has great thoughts god bless her.
जवाब देंहटाएंसच में ...बहुत ही अच्छा लिखा है ... शुभकामनाओं के साथ बधाई
जवाब देंहटाएंमेघा को इतनी सुंदर कविता लिखने पर बहुत बहुत बधाई! धन्यवाद आपका कि आपने हमें पढवाई !
जवाब देंहटाएंअभिव्यक्ति बेहद सराहनीय
जवाब देंहटाएंNilesh ji,
जवाब देंहटाएंbahut khoobsoorat prastuti,badhai
मेरी १०० वीं पोस्ट , पर आप सादर आमंत्रित हैं
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ब्लॉग पर यह मेरी १००वीं प्रविष्टि है / अच्छा या बुरा , पहला शतक ! आपकी टिप्पणियों ने मेरा लगातार मार्गदर्शन तथा उत्साहवर्धन किया है /अपनी अब तक की " काव्य यात्रा " पर आपसे बेबाक प्रतिक्रिया की अपेक्षा करता हूँ / यदि मेरे प्रयास में कोई त्रुटियाँ हैं,तो उनसे भी अवश्य अवगत कराएं , आपका हर फैसला शिरोधार्य होगा . साभार - एस . एन . शुक्ल